Peak Booster – Tonic
Contain —
Triacontanol – 0.1% Ew
जानकारी —
– Peak booster में ट्राईकॉन्टानोल 0.1% हार्मोन होता है ट्राईकॉन्टानोल दो प्रकार में आता है एक स्प्रेईंग के लिए और एक खाद में मिलाकर डालने के लिए खाद में मिलाकर डालने में ट्राईकॉन्टानोल 0.5% होता है |
काम कैसे करता है –
– Peak booster यह एक नेचुरल PGR हैं जो प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया यानी फोटोसिंथेसिस को बढ़ाता है और प्रोटीन बनने की प्रक्रिया भी इससे बढ़ जाती है |
– वनस्पति प्रकाश संश्लेषण के दो भाग होते हैं एक C3 Plants जो अंधेरा होते ही अपनी प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया को कर ही नहीं पाते और एक C 4 Plants जिसमें अंधेरा होने के बाद भी 2 – 3 घंटे तक प्रकाश संश्लेषण होता ही रहता है |
(C3 Plants – तंबाकू, चावल, कपास C 4 Plants – मकई, बाजरा, गन्ना)
– Peak booster के रिजल्ट सही आते हैं जब हम C 4 Plants में इस्तेमाल करते हैं | C3 Plants पर भी इसके रिजल्ट आते हैं लेकिन कम आते हैं यह बात गन्ने के किसानों को पता ही होगी |
– पिक बूस्टर अनाज की उपज बढ़ाता है | फल फूल की मात्रा को बढ़ाता है | उसके अलावा फल-फूल अगर गिरता है, उसको भी रोक देता है| पौधे को हरा भरा रखता है | पौधे के नए-नए ब्रांच (शाखा) बढ़ाता है | पौधों में रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है | जलग्रहण क्षमता और भोजन क्षमता काफी बढ़ाता है |
– यह पौधों की जड़ों का भी विकास करता है| जड़ों को बढ़ाता है| फसल को तनाव से मुक्त करता है|
– इसका दो बार ही छिड़काव करना चाहिए
1) फुल लगने से जस्ट पहले | 2) फुल से फल बनते समय ( 15 से 20 दिन बाद )|
फसले —हम इसका उपयोग कपास, टमाटर, मिर्च, धान, मूंगफली, आलू, गन्ना, मक्का, बाजरा,पर कर सकते है।
डोज—
15 लीटर पानी में 25 – 30 ml मिलाकर छिड़काव कीजिए।
– ट्राईकॉन्टानोल पानी में अत्यधिक घुलनशील है और पत्ती पर छिड़काव करने पर तेजी से अवशोषित हो जाता है इसे हम PGR ,Insecticide के साथ मिलाकर छिड़काव कर सकते है |